कोलकाता से सटे हावड़ा के बेलूर में स्थित रामकृष्ण मठ व मिशन के अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंद जी महाराज का रविवार को निधन हो गया वह 99 वर्ष के थे पर क्या आपको पता है कि स्वामी जी ने पीएम मोदी को भी दीक्षा से मना कर दिया था
मोदी ने खुद जताई थी इच्छा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मस्थानंद जी महाराज के अनुयायी हैं। राजकोट में रहने के दौरान प्रधानमंत्री ने उनसे मुलाकात की थी और दीक्षा लेने की इच्छा जताई थी, लेकिन आत्मस्थानंद महाराज ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
खुद मिलने जाते थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
बाद में मोदी राजनीति में आ गए प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वह कोलकाता स्थित बेलूर मठ में आत्मस्थानंद जी महाराज से मिलने जाया करते थे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वामी जी के निधन पर शोक जताया है
आत्मस्थानंद जी के निधन पर जताया दुख
प्रधानमंत्री मोदी ने भी कई ट्वीट कर स्वामी जी महाराज के निधन पर गहरा दुख जताया है कहा है कि स्वामी जी का जाना उनका व्यक्तिगत नुकसान है इसके साथ उन्होंने स्वामी जी से मुलाकात की फोटो भी ट्वीट की है
रविवार शाम को ली अंतिम सांस
गौरतलब है कि उम्र संबंधी रोगों के कारण स्वामी जी इसी वर्ष फरवरी से रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान अस्पताल में भर्ती थे शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और स्थिति गंभीर बन गई थी रविवार शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली
22 साल की उम्र में बेलूर मठ से जुड़े
स्वामी आत्मस्थानंद जी रामकृष्ण मिशन के 15वें अध्यक्ष थे उनका जन्म 10 मई 1919 को बांग्लादेश के ढाका के नजदीक सबाजपुर में हुआ था उन्होंने 1938 में विजनानंद महाराज से दीक्षा ली थी 22 साल की उम्र में बेलूर मठ से जुड़ गए थे
स्वामी आत्मस्थानंद |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मस्थानंद जी महाराज के अनुयायी हैं। राजकोट में रहने के दौरान प्रधानमंत्री ने उनसे मुलाकात की थी और दीक्षा लेने की इच्छा जताई थी, लेकिन आत्मस्थानंद महाराज ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
खुद मिलने जाते थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
स्वामी आत्मस्थानंद |
आत्मस्थानंद जी के निधन पर जताया दुख
प्रधानमंत्री मोदी ने भी कई ट्वीट कर स्वामी जी महाराज के निधन पर गहरा दुख जताया है कहा है कि स्वामी जी का जाना उनका व्यक्तिगत नुकसान है इसके साथ उन्होंने स्वामी जी से मुलाकात की फोटो भी ट्वीट की है
रविवार शाम को ली अंतिम सांस
गौरतलब है कि उम्र संबंधी रोगों के कारण स्वामी जी इसी वर्ष फरवरी से रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान अस्पताल में भर्ती थे शनिवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और स्थिति गंभीर बन गई थी रविवार शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली
22 साल की उम्र में बेलूर मठ से जुड़े
स्वामी आत्मस्थानंद जी रामकृष्ण मिशन के 15वें अध्यक्ष थे उनका जन्म 10 मई 1919 को बांग्लादेश के ढाका के नजदीक सबाजपुर में हुआ था उन्होंने 1938 में विजनानंद महाराज से दीक्षा ली थी 22 साल की उम्र में बेलूर मठ से जुड़ गए थे
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