कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती
नरेंद्र मोदी |
ये कैसी लड़ाई जिसमे एक तरफ नरेन्द्र मोदी और दूसरी तरफ पूरा उत्तर प्रदेश (मायावती ,मुलायम सिंह ,अखिलेस ,डिम्पल यादव ,सिवपाल यादव ,आजम खान ,ओवैसी ,और अपना पप्पू राहुल )
लेकिन तमाम कोशिशो के बाद ही ये सभी इस धर्म युद्ध में हार गये आखिर उत्तर प्रदेश की जनता जग गयी और इन सभी को अपनी औकात दिखा दी किसी ने गधा कहा तो किसी ने गैंडा यहाँ तक की आतंकवादी भी कह डाला आईये नजर डालते है कुछ शब्दों पर जो राजनीती की एक घिनौनी भाषा है
मोदी का वाराणसी में भाजपा की हार का संकेत ------लालू यादव
बसपा ,भाजपा को ख़त्म कर देगा प्रदेश में सपा -कांग्रेस गठबंधन --राहुल ,अखिलेश
बसपा ,भाजपा को ख़त्म कर देगा प्रदेश में सपा -कांग्रेस गठबंधन --राहुल ,अखिलेश
मोदी जान गये है को वो हार रहे है तभी वो बार बार पसीना पोछने लगे है ---अखिलेश
दिल्ली संभल नही रही यूपी क्या संभालेगे ---सु श्री मायावती
अगर अखिलेश भी गधे से कुछ शिक्षा ले लेते तो सायद आज ये हस्र न होता और साथ भी किया तो किसका जो मम्मी की गोद में खेलता है
आज इतना तो साफ हो गया की ये टोपीवाले चाहे जितना एक हो जाये पर हम इन पर भारी है और मुझे तो कभी कभी राहुल की तरह अखिलेश की भी नस्ल पर सक हो जाता है
३००+की बात करने वाले ये अहीर और मुल्ले आज बाहर नही निकल रहे है क्या इससे भी ज्यादा बेईज्जती इन्हें करनी है इनको तो डूब जाना चाहिए ५० ,२० की सीट पाकर में हिन्दुवों के उपर राज करने की बात करते है
आज हिंदुवो ने इन्हें अपनी औकाद याद दिलादी है
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