🔥 आईपीएल में इतिहास रच गया: युजवेंद्र चहल की फिरकी में उलझी केकेआर, पंजाब ने 111 रनों का किया सफल बचाव!
आईपीएल के रोमांचक मुकाबलों में एक और नया अध्याय जुड़ गया है। जब भी टी20 क्रिकेट में छोटी स्कोरिंग की बात होती है, तो माना जाता है कि बल्लेबाजों का पलड़ा भारी रहेगा। लेकिन पंजाब किंग्स ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया! युजवेंद्र चहल की अगुआई में गेंदबाजों ने ऐसा कहर बरपाया कि एक साधारण स्कोर भी विपक्षी टीम के लिए पहाड़ बन गया।
🏏 मैच की शुरुआत: टॉस और पंजाब की बल्लेबाज़ी
पंजाब किंग्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया। लेकिन टीम सिर्फ 15.3 ओवर में 111 रन पर ऑलआउट हो गई। यह स्कोर एक टी20 मुकाबले के लिहाज से बेहद कम माना जाता है, खासकर जब सामने कोलकाता जैसी मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप हो।
🎯 जवाब में केकेआर की पारी
लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले ही ओवर में विकेट गिरा और टीम संभल नहीं सकी। हालांकि, कप्तान अजिंक्य रहाणे और इम्पैक्ट प्लेयर अंगकृष रघुवंशी ने तीसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी कर टीम को थोड़ा संभालने की कोशिश की।
लेकिन जैसे ही यह जोड़ी टूटी, केकेआर की पारी ताश के पत्तों की तरह ढह गई।
🌪️ चहल और यानसेन का कहर
- युजवेंद्र चहल: 4 ओवर, 28 रन, 4 विकेट
- मार्को यानसेन: 3.1 ओवर, 17 रन, 3 विकेट
चहल ने इस सीज़न में पहली बार बड़ा असर दिखाया और आईपीएल करियर में यह 8वीं बार था जब उन्होंने एक पारी में 4 या उससे ज्यादा विकेट लिए। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने सुनील नरेन की बराबरी कर ली।
🧨 केकेआर की बल्लेबाजी:
- अंगकृष रघुवंशी – 37 रन
- अजिंक्य रहाणे – 17 रन
- आंद्रे रसेल – 17 रन
- बाकी बल्लेबाज – फ्लॉप, 3 बल्लेबाज़ खाता भी नहीं खोल सके
🏆 आईपीएल का रिकॉर्ड
पंजाब किंग्स ने आईपीएल के इतिहास में सबसे कम स्कोर (111 रन) का सफलतापूर्वक बचाव कर इतिहास रच दिया। यह मैच यह साबित करता है कि "बल्लेबाज़ मैच जिताते हैं, लेकिन गेंदबाज़ टूर्नामेंट"।
✍️ निष्कर्ष
इस मुकाबले ने यह साफ कर दिया कि टी20 सिर्फ बल्लेबाजों का खेल नहीं है। जब गेंदबाजों का दिन होता है, तो वे किसी भी स्कोर को जीत में बदल सकते हैं। चहल और यानसेन के इस प्रदर्शन ने न सिर्फ पंजाब की जीत सुनिश्चित की, बल्कि दर्शकों को भी यह याद दिलाया कि क्रिकेट का असली मजा अनपेक्षित मोड़ों में ही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें